
दिवाली के साथ घरों में सफाई के साथ पुराने सामान को लेकर चिंता खड़ी हो जाती है। अक्सर लोग इस सामान को कबाड़ के भाव बेच देते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि कबाड़ी के हाथों में पहुंचा समान वास्तव में लाखों रुपए का होता है। इसका पता तब चलता है जब किसी एक्सपर्ट के हाथ में ये सामान पड़ता है और वो इसकी असल कीमत का खुलासा करता है।
ऐसे में आपको अपने पास रखे हर सामान की न केवल जानकारी होनी चाहिए, बल्कि आपको उसकी कीमत का पता लगाना भी जरूरी है। जानिए कबाड़ में रखे कौन से से आइटम वास्तव में कीमती होते हैं और आपको लाखों दे सकते हैं।
किताबें
दिवाली की सफाई में सबसे ज्यादा मुश्किल किताबों को लेकर होती है। लेकिन याद रखिए अगर कोई किताब खास है तो उसकी कीमत हर हाल में उसके प्रिंट पर छपी कीमत की कई गुना होगी। भले ही आप अनजाने में कुछ रुपए प्रति किलो के हिसाब से उसे बेचने की सोच रहे हैं।
नवंबर 2014 में आई फोर्ब्स की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की सबसे महंगी किताब की मौजूदा कीमत करीब 5 करोड़ डॉलर है। वहीं टॉप 10 किताबों में सबसे सस्ती किताब 80 लाख डॉलर की है। यकीन मानिए इनमें से कुछ किताबें पुरानी अलमारी, पुराने घर की सफाई के दौरान मिलीं थी।
जानिए आपके किताबों के खजाने में किन किताबों को मिल सकती है ऊंची कीमत
अगर किताबें रेयर हैं, यानी किताब की दूसरी कॉपी मार्केट में आसानी से उपलब्ध नहीं हैं।
ऐसी किताब जिसे किसी भी तरह से खास साबित किया जा सके। एंटीक एक्सपर्ट के मुताबिक कलेक्टर कीमत चुकाने के लिए वजह की तलाश करते हैं। ये वजह कुछ भी हो सकती है, जिसमें किताब की उम्र, उस पर किसी के साइन, उनका टॉपिक, उनके प्रजेंटशन का ढंग।
अगर किताब में किसी के हस्ताक्षर हों तो इससे कीमतें या तो काफी बढ़ती हैं या काफी घट जाती हैं। साइन करने वाला शख्स खास है या फिर आप उसे किसी खास कहानी से जोड़ सकते हैं तो किताब की कीमत कई गुना हो जाती है।
बिबिलियो डॉट कॉम जैसी कई वेबसाइट है जहां आप जाकर किताबों की वैल्यू जान सकते हैं। वहीं सभी बड़े शहरों में पुरानी किताबों के कारोबारी हैं जो आपकी किताबों को अच्छी कीमत दे सकते हैं।

गुजरे जमाने के डिजाइन वाले आर्ट वर्क
1930 के दौर में एक अंग्रेज सिपाही जेड ने चीन में एक पुराना बर्तन 100 डॉलर से कम कीमत में खरीदा था। फिलहाल जेड बाउल नाम से फेमस इस बाउल की कीमत 10 लाख डॉलर है।
घर की सफाई के दौरान कई बार ऐसे आइटम मिलते हैं जिन्हें आपके बड़े बुजुर्गों ने अपने दौर में खरीदा था। इसमें आर्टफैक्ट से लेकर ब्रांडेड पेन, पुराने दौर की रोजमर्रा की जरूरत की चीजें शामिल हैं। एंटीक एक्सपर्ट के मुताबिक फैशन अपने आपको रिपीट करता है। ऐसे में समय-समय पर खरीददार ऐसे आर्ट वर्क की तलाश करते रहते हैं। ओएलएक्स जैसी साइट्स पर ऐसे प्रोडक्ट लगातार बिक्री के लिए उपलब्ध रहते हैं। जिनकी आपको अच्छी कीमत मिल सकती है।
जानिए कौन सा सामान आपके लिए हो सकता हैं कीमती
ऐसे सामान जिनमें टूट फूट न हो।
ऐसे सामान जिन्हें रिस्टोर न कराया गया हो, यानी वो ओरिजनल हों
अगर सामान के साथ कोई ब्रॉन्ड या नाम जुड़ा है तो कीमत कई गुना हो सकती है।
अगर आप अपने एंटीक में किए गए आर्ट वर्क को क्लासिफाइड कर सकें जैसे किसी खास शैली, खास समय या किसी अंदाज या एक्सपेरीमेंट। इससे आपको अपने सामान को एंटीक में बदलने में मदद मिलेगी।
अगर कोई सामान एक सेट में मिलता है तो सेट का पूरा होना जरूरी है।

एंटीक उपकरण
घड़ी, रेडियो, कैल्कुलेटर, फोन, जैसे उपकरणों का अपना इतिहास है। इनसे जुड़ी कंपनियां सालों से अपने उपकरण बना रही हैं। और हर साल अपने पुराने ब्रैंड को मार्केट से हटा लेती हैं। वहीं कुछ कंपनियां बंद हो जाती है या ये उपकरण ही चलन से बाहर हो जाते हैं। इस्तेमाल खत्म होने से धीरे धीरे ये रेयर कैटेगरी में आ जाते हैं।
अगर आपके पास ऐसा कोई गैजेट है जो गैजेट की किसी सीरीज या टेक्निक के शुरुआती दौर का है और अब भी सही हालत में है। शायद जिसे आपके दादा या परदादा ने खरीदा था तो हो सकता है कि वो आपके लिए एक बड़ी लॉटरी छोड़ गए हों।
ऐसे प्रोडक्ट की काफी कीमत होती है। यहां तक कि आज के दौर में भी लोग दस या बीस साल पुराने किसी प्रोडक्ट को सहेज कर रख रहे हैं जिससे बीस या तीस साल में उसकी शानदार कीमत मिल सके।
कौन से एंटीक उपकरण होते हैं कीमती
ऐसे प्रोडक्ट का सही हालत में होना जरूरी है। भले ही तकनीक बदलने से उसका इस्तेमाल संभव न हो।
प्रोडक्ट ओरिजनल हो और उसे रिस्टोर न कराया गया हो।
प्रोडक्ट के साथ अगर उस दौर का यूजर मैन्युल मौजूद हैं तो कीमतें कई गुना बढ़ जाती हैं क्योंकि इससे साबित होता है प्रोडक्ट न केवल ओरिजनल है साथ ही पूरे प्रोडक्ट की गंभीरता के साथ केयर की गई है।
हालांकि प्रोडक्ट अगर इन सब शर्तों पर खरा नहीं उतरता तो भी आपको बेहतर कीमत तो मिल ही सकती है।

मशीनों, कारों के रेयर पार्ट
अगर आपके पास कोई मशीन या उपकरण हैं लेकिन वो खराब हो चुका है तो भी आपको निराश होने की जरूरत नहीं हैं। इन मशीनों के पार्ट्स भी बिक सकते हैं। हालांकि इसके लिए समय और मेहनत दोनों लग सकती है। उदाहरण के लिए अगर आपके पास कोई खराब कार है जिसका प्रोडक्शन काफी पहले बंद हो चुका है, लेकिन एंटीक मार्केट में उसकी कीमत है। तो यकीन मानिए उसके पार्ट बहुत कीमती हैं।
आपको बता दें कि कलेक्टर ऐसे सामान पर कई गुना खर्च करते हैं जिनका इस्तेमाल किया जा सकता हो। ऐसे में पार्टस की जरूरत खरीददार और विक्रेता दोनों को होती है। हालांकि इसका मार्केट सीमित है। पहले आपको अपनी प्रोडक्ट के काम करने वाले उपकरणों को अलग करना होगा। जिसके बाद इंटरनेट के जरिए उनके लिए मार्केट तलाशना होगा अगर मार्केट मौजूद है तब आप इन पार्टस को यूनीक आइटम की तरह बेच सकते हैं।
कौन से पार्ट्स हो सकते हैं कीमती
पार्टस जिस मशीन, कार, उपकरण में यूज किए जाते हैं उस मशीन की डिमांड हो लेकिन उसके पार्ट्स का प्रोडक्शन बंद हो।
पार्ट्स ऐसे हों जिसे दूसरी मशीन में इस्तेमाल किया जा सके।
पार्ट्स ओरिजनल हो क्योंकि कोई भी कलेक्टर अपनी मशीन में डुप्लीकेट पार्ट्स लगाकर उसकी कीमतें गिराना नहीं चाहेगा।
Source - money bhaskar