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Saturday, 26 March 2016

नौकरी के लिए तेजी से उभर रहे हैं ये शहर, जानिए क्या है मौका.

नौकरी के लिए तेजी से उभर रहे हैं ये शहर, जानिए क्या है मौका


यदि आप भी नौकरी ढूंढ रहे हैं, तो इन शहरों का रुख कर सकते हैं। भारत सरकार की जनगणना के मुताबिक, दक्षिण भारत के शहरों में नौकरी जल्दी और आसानी से मिलती है। भारत सरकार के लेबर डिपार्टमेंट की ओर से 506 शहरों पर किए गए सर्वे के मुताबिक, तिरुपुर, शांतिपुर जैसे छोटे शहरों में नौकरी के ज्यादा मौके हैं। सर्वे के मुताबिक, बड़े शहरों के मुकाबले यहां तेजी से नौकरियों के अवसर बढ़ रहे हैं।

तिरुपुर
देश में टेक्सटाइल इंडस्ट्री नौकरी देने वाले सेक्टर में दूसरे नंबर पर आती है। तमिलनाडु के तिरुपुर में सबसे ज्यादा नौकरियों के मौके हैं। नौकरी तलाश रहे युवाओं के लिए तिरुपुर सबसे बेस्ट शहर है। यहां स्किल्ड और अनस्किल्ड लेबर के लिए टेक्सटाइल सेक्टर में नौकरी आसानी से मिल जाती है। तिरुपुर टेक्सटाइल और निटवेयर का बड़ा हब है। यहां से देश का 90 फीसदी कॉटन निट वेयर एक्सपोर्ट होता है।

शांतिपुर
पश्चिम बंगाल के इस छोटे कस्बे को हाल में ही शहर का दर्जा मिला है। शांतिपुर हैंडलूम साड़ियों के लिए फेमस है। यहां कि शांतिपुरी साड़ी मशहूर है। हैंडलूम के अलावा शांतिपुर टेक्सटाइल बेल्ट के तौर पर भी उभर रहा है। शांतिपुर लिस्ट में दूसरे नंबर पर है।

इरोड
तमिलनाडु का इरोड टेक्सटाइल और एग्रीक्लचर का बड़ा हब है। यहां हल्दी, हैंडलूम और निटवेयर का प्रोडक्शन सबसे ज्यादा होता है। इरोड में सबसे ज्यादा नौकरी टेक्सटाइल, हल्दी और ऑयल इंडस्ट्री में है। यहां करीब 68.83% वर्क फोर्स इन्हीं तीन इडस्ट्री से जुड़ी हुई है। इरोड को ‘येलो सिटी’ भी कहा जाता है।

राजापलयम
तमिलनाडु के मदुरै से 85 किलोमीटर दूर राजापलयम भी टेक्सटाइल सेक्टर के बड़े केंद्र के तौर पर उभर रहा है। यह शहर अपने टूरिस्ट स्पॉट के लिए भी फेमस है। इस शहर की इकोनॉमी टेक्सटाइल, स्पिनिंग मिल्‍स और कॉटन वेविंग मिल्स पर निर्भर करती है।

मंगलागिरी
गुंटूर का मंगलागिरी शहर आंध्र प्रदेश राज्य का बड़ा टेक्सटाइल हब है। यहां लाखों की संख्या में लोगों को रोजगार मिला हुआ है। यहां टेक्सटाइल, फर्टिलाइजर, रबड़, सीमेंट इंडस्ट्री है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में आंध्र प्रदेश दूसरे नंबर पर है। यहां सरकार ने भी नौकरी के मौके बढ़ाने के लिए कारोबारी माहौल को बेहतर बनाया है।

बिहार, यूपी और जम्मू-कश्मीर में कम हैं नौकरी के मौके
बिहार, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के शहर सबसे कम नौकरी देने वाले शहरों की गिनती में शामिल है। इसमें बिहार के 6 शहर, यूपी के 3 शहर और जम्मू-कश्मीर का अनंतनाग शामिल है। यहां की आबादी के महज   20 फीसदी लोगों के पास रेग्युलर रोजगार है।


Monday, 21 March 2016

बेटा नहीं बेटी बनाएगी करोड़पति, जानिए कहां करें इन्वेस्ट.

बेटा नहीं बेटी बनाएगी करोड़पति, जानिए कहां करें इन्वेस्ट


समय के साथ बेटियों के लिए फाइनेंशियल प्‍लानिंग का तरीका बदल गया है। बेटी के नाम से शुरू किया गया इन्‍वेस्‍टमेंट अब आपको करोड़पति बना सकता है। केंद्र सरकार की सुकन्‍या समृद्धि स्‍कीम आपको यह मौका दे रही है। बेटी के 10 साल की उम्र तक इस स्‍कीम के तहत अकाउंट खोला जा सकता है। इससे न केवल आपका इन्‍वेस्‍टमेंट बढ़ेगा, बल्कि आपको टैक्‍स छूट भी मिलेगी। आपकी बेटी की उम्र 21 साल होने पर यह अकाउंट मैच्‍योर हो जाएगा। यदि हर साल आपने इस अकाउंट में 1.5 लाख रुपए इन्‍वेस्‍ट किया है, तो मैच्‍योरिटी पर आपको 80 लाख रुपए से भी ज्‍यादा रकम मिलेगी।

एक बेटी के नाम खुलेगा एक ही खाता
आप एक बेटी के नाम से ऐसा एक ही खाता खुलवा सकते हैं। अकाउंट खुलवाते वक्‍त आपको मिनिमम 1000 रुपए का निवेश करना होगा। बाकी, एक वित्त वर्ष में आप इस स्‍कीम के तहत 1.50 लाख रुपए तक का निवेश कर सकते हैं। स्कीम के तहत अकाउंट खोलने वाले व्यक्ति को 14 साल तक इन्‍वेस्‍टमेंट करना होगा। 14 साल इन्‍वेस्‍ट करने के बाद स्कीम 21 साल में मैच्योर होगी।

मिनिमम 500 रुपए कर सकते हैं जमा
एक अप्रैल, 2016 से इस स्कीम के तहत खुलने वाले अकाउंट पर 8.6 फीसदी के हिसाब से ब्याज मिलेगा। अभी सुकन्या समृद्धि स्कीम के तहत 9.2 फीसदी का ब्याज मिलता है। इसके अलावा डिपॉजिट पर मिलने वाले इंटरेस्ट रेट पर किसी तरह का कोई टैक्स भी नहीं लगता है। अकाउंट में हर साल आपको कम से कम पांच सौ रुपए डिपॉजिट करने होंगे। अगर आप किसी साल पैसा जमा नहीं करते हैं तो पेनल्टी देनी होगी।

इस स्कीम में इन्‍वेस्‍टमेंट के फायदे
सुकन्या स्कीम में इन्‍वेस्‍ट करना फायदे का सौदा है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि अन्‍य स्मॉल सेविंग स्कीम के मुकाबले आज भी इसमें सबसे ज्यादा इंटरेस्ट रेट मिलता है। इस स्‍कीम के साथ अच्‍छी बात यह है कि इससे बेटी की शादी और पढ़ाई के खर्च को भी आप पूरा कर सकते हैं। जो रकम आपको मैच्युरिटी के बाद मिलेगी, उस पर किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लगेगा।

कितने खोल सकते हैं अकाउंट
सुकन्या समृद्धि अकाउंट के तहत आप एक लड़की के नाम से एक अकाउंट ही खोल सकते हैं। जिन घरों में दो बेटियां हैं या जुड़वा बच्चे हैं, उनके माता-पिता ज्यादा से ज्यादा तीन अकाउंट खोल सकते हैं। बेटी के 18 साल की उम्र होने पर अकाउंट में जमा 50 फीसदी राशि को आप विदड्रॉ कर सकते हैं। इस विदड्रॉल पर भी आपको किसी प्रकार का कोई टैक्स नहीं देना होगा। बेटी की शादी के अवसर पर आप पूरा पैसा अकाउंट से विदड्रॉ करके इसको बंद कर सकते हैं।

कहां खुलवा सकते हैं अकाउंट
सुकन्या समृद्धि अकाउंट आप देश भर के किसी भी पोस्ट ऑफिस या फिर कुछ प्रमुख बैंकों में खुलवा सकते हैं। इसके लिए पोस्ट ऑफिस अथवा बैंक में जाकर आपको फॉर्म भरना होगा। फॉर्म भरने के बाद कैश, ड्राफ्ट या चेक की मदद से पैसा डिपॉजिट करना होगा। इसके बाद पोस्ट ऑफिस या फिर बैंक की तरफ से अकाउंट खुल जाएगा और आपको अकाउंट की पासबुक भी मिल जाएगी। इस क्रम में जब भी आप अकाउंट में पैसा डिपॉजिट करें तो उसकी पासबुक में एंट्री जरूर करवा लें, ताकि आपको पता रहे कि कितना पैसा आपने जमा किया है।

इन डॉक्युमेंट्स की पड़ेगी जरूरत
सुकन्या स्कीम में अकाउंट खोलने के लिए आपको जिन डॉक्युमेंट्स की आवश्यकता पड़ेगी, वे हैं-
-बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट
-माता-पिता या अभिवावक का एड्रेस प्रूफ
-माता-पिता या अभिभावक का आइडेंटिटी प्रूफ